ऐसा लगा जैसे मेरा जीवन समाप्त होने वाला है- हृदयाघात या हाइपरवेंटिलेशन?
ये 13 जुलाई 2015 की सुबह लगभग 8 बजे की बात है, मैं ट्रैफिक जाम के बीचोंबीच, अस्पताल जाने की जल्दी में था, मेरा बाँया हाथ पूरी तरह जकड़ा हुआ था, होंठ और पैर थरथरा रहे थे। ऐसा लग रहा था कि यह मेरा अंत समय है, और मैं आज मरने वाला हूँ। अस्पताल पहुँचने में मुझे 15 मिनट लगे और पढ़ें …