आर्थराइटिस: लक्षण और कारण

आर्थराइटिस लक्षण – प्रभावित जोड़ का दर्द, सूजन और लालिमा, जोड़ को घुमाने में कठिनाई. आर्थराइटिस कारण – चोट, अपने प्रतिरक्षा तंत्र में अनियमितता, मोटापा, अनुवांशिकता.

आर्थराइटिस: प्रमुख जानकारी और निदान

आर्थराइटिस जोड़ों जैसेकि कोहनी का जोड़, घुटने का जोड़ आदि के बहुकालीन दर्द की स्थिति है..

घुटने का भीतरी रूप से अव्यवस्थित होना (IDK): रोकथाम और जटिलताएं

घुटने का भीतरी रूप से अव्यवस्थित होना (IDK) – रोकथाम – आपके घुटने के दर्द को बढ़ाने वाली गतिविधियां ना करें, खासकर आपके घुटने को केन्द्रित करके खेले जाने वाले या उसे मोड़ने वाले खेल।.

घुटने का भीतरी रूप से अव्यवस्थित होना (IDK): प्रमुख जानकारी और निदान

घुटने का भीतरी रूप से अव्यवस्थित होना ये एक दीर्घकालीन स्थिति है.

घुटने का भीतरी रूप से अव्यवस्थित होना (IDK): लक्षण और कारण

घुटने का भीतरी रूप से अव्यवस्थित होना (IDK) – लक्षण – दर्द, खट-ख़ट की अनुभूति। सूजन और जकड़न, अस्थिरता. घुटने का भीतरी रूप से अव्यवस्थित होना (IDK) – कारण – प्रमुख कारण है क्षतिग्रस्त मेनिस्कस।.

घुटने का भीतरी रूप से अव्यवस्थित होना (IDK): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

घुटने का भीतरी रूप से अव्यवस्थित होना (IDK) – आहार – लेने योग्य आहार: अपने कार्टिलेज की चोट को ठीक करने के लिए अपने आहार में फल और सब्जियों की अधिक मात्रा को जोड़ें, जो कि एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। विटामिन सी युक्त वस्तुओं को अपने कार्टिलेज के सुधार या मरम्मत हेतु लिए जाने वाले आहार का हिस्सा बनाएँ। कोलेजन, यह वह आवश्यक प्रोटीन है जो तंतुओं और लिगामेंट्स का संरचनागत आधार निर्मित करता है, इसे उत्पन्न करने में अपनी भूमिका के चलते यह विटामिन सभी संयोजी ऊतकों की मरम्मत में सहायक होता है। उच्च-गुणवत्ता वाले प्रोटीन स्रोत जैसे सैलमन और लीन मीट्स आदि, हड्डियों, तंतुओं, उपास्थियों, और विभिन्न लिगामेंट के ऊतकों की मरम्मत हेतु प्रोटीन प्रदान करते हैं।

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें उच्च भोज्य पदार्थों में सूजन पैदा करने वाले गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द के लक्षणों को बढ़ाते हैं।: जोड़ों के दर्द में सर्वोत्तम आहार वे हैं जिनमें प्राकृतिक रूप से सूजनरोधी गुण होते हैं, और जो ओमेगा-3 फैटी एसिड्स और विटामिन डी से समृद्ध होते हैं। इन पोषक तत्वों के प्रसिद्ध स्रोतों में मछली, अखरोट, कद्दू के बीज, अलसी के बीज और केनोला तेल आदि हैं। वे आहार लें जो जोड़ों और तंतुओं को दर्दरहित और लचीला बनाए रखें जैसे मिर्च, खट्टे फल, ब्रोकोली, फूलगोभी, प्याज, चेरी, हरी चाय, अदरक मशरुम, अन्नानास, पपीता आदि। तले आहार,

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द): रोकथाम और जटिलताएं

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द) – रोकथाम – यदि आपका वजन सामान्य से अधिक है तो कम करें। व्यायाम नियमित करें। शारीरिक रूप से सक्रिय रहें। चोटों से बचें।.

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द): प्रमुख जानकारी और निदान

अर्थ्रेल्जिया शब्द का अर्थ है जोड़ों का दर्द। दर्द एक या अधिक जोड़ों में हो सकता है।.

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द): लक्षण और कारण

अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द) – लक्षण – अर्थ्रेल्जिया का प्राथमिक लक्षण है जोड़ का दर्द। यह दर्द तीखा, धीमा, चुभनयुक्त, जलनयुक्त, या फड़कता हुआ हो सकता है। यह मंद से तीव्र हो सकता है।. अर्थ्रेल्जिया (जोड़ों का दर्द) – कारण – जोड़ों में दर्द क्यों होता है, इसके अनेक कारण हो सकते हैं। ऐसा निम्न कारणों से हो सकता है:- चोट, संक्रमण, प्रतिरक्षण तंत्र का विकार। एलर्जी सम्बन्धी प्रक्रियाएँ।.