डिसअर्थ्रिया (बोलने, चबाने में कठिनाई) – व्यायाम – श्वास पर नियंत्रण के लिये और होंठों को सिकोड़ने के लिए बुलबुले फुलाना लाभदायक व्यायाम होता है, ये दोनों वाणी के सुधार हेतु आवश्यक होते हैं।
, स्ट्रॉ का प्रयोग केवल आपके चूसने के गुण को ही नहीं बढ़ाता, बल्कि आपके होंठों को सिकोड़ने में भी उपयोगी होता है। पतले द्रव, जैसे पानी या जूस से शुरू करें, और धीरे-धीरे कुछ गाढ़े द्रव, जैसे मिल्कशेक तक, चले जाएँ।
, अपने होंठों पर, मुँह के एक तरफ से दूसरी तरफ तक, पीनट बटर फैला लें और इसे चाटने का प्रयास करें। यह बटर को हटाने के लिए आपकी जीभ को एक बाजू से दूसरी बाजू तक पहुँचने के लिए विवश करता है।
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डिसअर्थ्रिया (बोलने, चबाने में कठिनाई): रोकथाम और जटिलताएं
डिसअर्थ्रिया (बोलने, चबाने में कठिनाई) – रोकथाम – उच्च रक्तचाप और मधुमेह पर नियंत्रण। कोलेस्ट्रॉल, संतृप्त वसा, और अपने भोजन में नमक की मात्रा को सीमित करें। धूम्रपान बंद करें, शराब का सेवन सीमित् करें।.
डिसअर्थ्रिया (बोलने, चबाने में कठिनाई): प्रमुख जानकारी और निदान
डिसअर्थ्रिया यांत्रिक वाणी विकार है जिसमें आपको बोलते समय उपयोग की जाने वाली मांसपेशियों के नियंत्रण या सामंजस्य में कठिनाई होती है या इन मांसपेशियों में कमजोरी होती है।.
डिसअर्थ्रिया (बोलने, चबाने में कठिनाई): लक्षण और कारण
डिसअर्थ्रिया (बोलने, चबाने में कठिनाई) – लक्षण – लड़खड़ाती आवाज, साँस भरना, लार गिरना या लार पर नियंत्रण कमजोर होना। चबाने, निगलने और जीभ या चेहरे की मांसपेशियों को हिलाने-डुलाने में कठिनाई।. डिसअर्थ्रिया (बोलने, चबाने में कठिनाई) – कारण – मस्तिष्क के ट्यूमर और विकार। औषधियाँ।.