दिन भर के दौरान अपने आस-पास घूम रहे मच्छर से सावधान रहें! क्योंकि, यदि आप जरूरी सावधानी ना बरतें तो आप डेंगू बुखार की चपेट में आ सकते हैं। भारत का अधिकृत आंकड़ा लगभग 20,000 मामले प्रतिवर्ष का है लेकिन एक अध्ययन इस आँकड़े को 300X अधिक अनुमानित करता है – लगभग 58,00,000 लोगों के अस्पताल में भर्ती होने के
और पढ़ें …
बच्चों में डेंगू बुखार – आहार – लेने योग्य आहार: स्तनपान, ताजा रस (पपीता, संतरा, अंगूर आदि), सूप। बच्चों हेतु चावल का दलिया।
बच्चों में डेंगू बुखार – रोकथाम – आपके द्वारा आपके बच्चे को बचाने का सर्वोत्तम तरीका वायरस फ़ैलाने वाले मच्छरों के विरुद्ध सुरक्षात्मक कदम उठाना है।.
बच्चों में डेंगू बुखार – लक्षण – तेज बुखार। बहती नाक। खाँसी, त्वचा पर हलके निशान।. बच्चों में डेंगू बुखार – कारण – डेंगू बुखार एडीज मच्छरों द्वारा फैलाए गए एक जैसे चार वायरसों द्वारा उत्पन्न होता है।.
डेंगू बुखार एक उष्णकटिबंधीय रोग है जो मच्छरों द्वारा वहन किये गए वायरस द्वारा होता है। यह वायरस बुखार, सिरदर्द, निशान, और शरीर में दर्द उत्पन्न कर सकता है।.
डेंगू बुखार – रोकथाम – रोगवाहक नियंत्रण का पालन। मच्छरों को न बढ़ने दे और मच्छरों के काटने से बचें। .
डेंगू बुखार – लक्षण – एकाएक तेज बुखार। थकावट। सिरदर्द (खासकर आँखों के पिछले हिस्से में दर्द)। मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द। हल्का रक्तस्राव।. डेंगू बुखार – कारण – यह चार अलग-अलग लेकिन संबंधित वायरस के कारण होता है। यह मच्छरों के काटने से, खासकर एडीज एजिप्टी द्वारा फैलता है। यह मच्छर अकसर दिन मे काटता है।.
डेंगू बुखार – आहार – लेने योग्य आहार: आहार जो पचने में आसान हो जैसे कि उबला भोजन, हरी सब्जियाँ, केले और सेब जैसे फल, सूप इत्यादि, पानी या अन्य तरल अधिक मात्रा में लें जैसे कि फलों का रस, नारियल पानी, ओआरएस इत्यादि ये आपको डिहाइड्रेशन से बचाते हैं। डेंगू रोगियों के प्रतिदिन के आहार में उबली सब्जियाँ, चावल का दलिया, पतली लपसी या हलवा, सूप, टोस्ट, सेब, प्लेंटीन्स, और चाय होने चाहिए।
डेंगू बुखार एक वायरस से होने वाला संक्रमण है जो मच्छरों से फैलता है. इसे हड्डी तोड़ बुखार के नाम से भी जाना जाता है।.