सीबेशियस सिस्ट (त्वचा में गांठ) – लक्षण – लालिमा और नरमीयुक्त पीड़ा। गांठों और उभारों के ऊपर की त्वचा का तापमान बढ़ा हुआ होना। गाँठ या उभार से धूसर सफ़ेद, पनीर जैसा, दुर्गन्धयुक्त पदार्थ रिसना।. सीबेशियस सिस्ट (त्वचा में गांठ) – कारण – सीबेशियस सिस्ट त्वचा के आघात, सूजे हुए रोमकूप, और टेस्टोस्टेरोन के उच्च स्तरों के कारण उत्पन्न हो सकती हैं।.
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सीबेशियस सिस्ट (त्वचा में गांठ): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
सीबेशियस सिस्ट (त्वचा में गांठ) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: शक्तिशाली प्रतिरक्षक तंत्र शरीर को सीबेशियस सिस्ट के स्वयं ही ठीक कर लेने में सहायता करता है। एंटीऑक्सीडेंट समृद्ध आहार, साबुत अनाज, और सब्जियाँ जिनमें बेरियाँ, खट्टे फल और गहरे हरे रंग की पत्तेदार सब्जियाँ आदि का सेवन प्रतिरक्षण को उन्नत करने में और शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकालने में सहायता करता है।
, विषैले तत्वों को शरीर से बाहर निकालने के लिए पानी अधिक मात्रा में पियें।
, स्वस्थ त्वचा के विकास के लिए और रोमकूपों में सीबम के जमाव को रोकने के लिए स्वस्थ तेलों का सेवन बढ़ाएं। स्वस्थ तेलों वाले आहारों में हैं मेवे और गिरियाँ, एवोकेडो, मछली, अलसी का तेल, इवनिंग प्रिमरोस आयल और मछली का तेल।
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सीबेशियस सिस्ट (त्वचा में गांठ): रोकथाम और जटिलताएं
सीबेशियस सिस्ट (त्वचा में गांठ) – रोकथाम – धूप का अत्यधिक सामना ना करें। स्वच्छ रहें। तनाव घटाएँ। धूम्रपान त्यागें।.
सीबेशियस सिस्ट (त्वचा में गांठ): प्रमुख जानकारी और निदान
सीबेशियस सिस्ट त्वचा के ठीक नीचे छोटी, कैंसररहित गांठें या उभार हैं। यह थैलीनुमा बंद रचनाएँ होती हैं जिनमें एक प्रकार का प्रोटीन, केराटिन, जमा होता है जो अक्सर दुर्गन्धयुक्त होता है।.
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – आहार – लेने योग्य आहार: रेशे की उच्च मात्रा से युक्त आहारों जैसे साबुत अनाज की ब्रेड, दलिया, पास्ता, चावल, ताजे फल और सब्जियों का सेवन करें।
, पानी अधिक मात्रा में पियें – प्रतिदिन 8 औंस मात्रा के 8 गिलास पानी पीने की सलाह दी जाती है।
, ओमेगा 3 फैटी एसिड की अधिक मात्रा से युक्त आहार जैसे मछली, अखरोट, अलसी के बीज आदि का सेवन करें।
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लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): रोकथाम और जटिलताएं
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – रोकथाम – जब भी संभव हो, प्रभावित हाथ या पैर को ह्रदय की ऊंचाई के स्तर से ऊपर उठाकर रखें। तंग या कसे हुए कपड़े या गहने ना पहनें। पानी अधिक मात्रा में पियें। धूप की सीधी चपेट ना पड़ने दें।.
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): प्रमुख जानकारी और निदान
लिम्फेडिमा दीर्घकालीन स्थिति है जो तरल पदार्थ की असामान्य उत्पत्ति करती है जिसका परिणाम होता है शरीर के ऊतकों में सूजन। आमतौर पर यह हाथों और पैरों को प्रभावित करती है, दर्द और हिलने डुलने की हानि तक पहुँच सकती है, हालाँकि कुछ मामलों में छाती, सिर और जननांगों में भी सूजन हो सकती है।.
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन): लक्षण और कारण
लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – लक्षण – शरीर के प्रभावित हिस्से में भुजाओं, पैरों या कमर के ऊपर के हिस्से में सूजन। हाथों, भुजाओं, छाती या पैरों में भारीपन या असहजता की अनुभूति। हाथ, कलाई या टखने में लचीलेपन की हानि। अपने ही कपड़े तंग हो जाना।. लिम्फेडिमा (शरीर के ऊतकों में सूजन) – कारण – संक्रमण, कैंसर, घावयुक्त ऊतक.
ल्यूकोडर्मा, विटिलिगो (सफ़ेद दाग): लक्षण और कारण
ल्यूकोडर्मा, विटिलिगो (सफ़ेद दाग) – लक्षण – त्वचा पर छोटा सफेद दाग जो समय के साथ बढ़ता जाता है। बालों का समय से पहले सफ़ेद होना और झड़ना। त्वचा का उत्तेजित होना। ठंडक के प्रति संवेदनशीलता, थकावट, दाग पर स्थित बालों का भी सफ़ेद हो जाना।. ल्यूकोडर्मा, विटिलिगो (सफ़ेद दाग) – कारण – मेलेनिन उत्पन्न करने वाली कोशिकाओं की क्षति। जलना, त्वचा की सूजन वाली स्थितियाँ। कैल्शियम की कमी, अनुवांशिकता, टैटू का प्रयोग.
ल्यूकोडर्मा, विटिलिगो (सफ़ेद दाग): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
ल्यूकोडर्मा, विटिलिगो (सफ़ेद दाग) – आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन्स
, पालक
, सोया मिल्क
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