पिलोनिडल सिस्ट – लक्षण – रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में दर्द, सूजन और लालिमा। घाव से पीप या रक्त का निकलना, जिससे दुर्गन्ध उत्पन्न हो। घाव से बाल का बाहर निकलना।. पिलोनिडल सिस्ट – कारण – पिलोनिडल सिस्ट की अधिकतर संख्या घर्षण और दबाव के कारण उत्पन्न होती पाई जाती है- त्वचा का त्वचा से रगड़ना, तंग कपड़े पहनना, साइकिल चलाना लम्बे समय तक बैठना या इसी तरह के अन्य कारण।.
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पिलोनिडल सिस्ट: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
पिलोनिडल सिस्ट – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: पिलोनिडल सिस्ट को ठीक करने के लिए दिन में दो बार लहसुन का रस पियें क्योंकि यह त्वचा के संक्रमण को ठीक करने में प्रभावी होता है। एलो वेरा में सूक्ष्मजीवी रोधी गुण होते हैं। दिन में एक बार एलो वेरा का एक गिलास रस पीने से त्वचा की इस स्थिति को ठीक करने में सहायता होती है। उबले पानी में धनिये का पाउडर मिलाकर लेने से त्वचा के प्रभावित हिस्से की सूजन से छुटकारा पाने में सहायता होती है, और समय के साथ इस स्थिति से भी छुटकारा मिलता है।
पिलोनिडल सिस्ट: रोकथाम और जटिलताएं
पिलोनिडल सिस्ट – रोकथाम – सम्बंधित क्षेत्र को स्वच्छ और अनचाहे बालों से मुक्त रखें। यदि आवश्यक हो तो वजन कम करें। लम्बे समय तक ना बैठें।.
पिलोनिडल सिस्ट: प्रमुख जानकारी और निदान
पिलोनिडल साइनस (पीएनएस) छोटी थैलीनुमा रचना या घाव है जो कूल्हों के ऊपरी हिस्से में दरार पर होता है। यह तीव्र दर्द उत्पन्न करता है और अक्सर संक्रमित हो जाता है।.