इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग): लक्षण और कारण

इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग) – लक्षण – पेट में दर्द, पेट का फूलना, अतिसार अथवा कब्ज, मल में आँव, पूरी तरह मलत्याग ना होने का एहसास।. इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग) – कारण – शारीरिक कारण। आहार सम्बन्धी संवेदनशीलता। मस्तिष्क और आंत में संकेतों की समस्या।.

इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग) – आहार – लेने योग्य आहार इनसे परहेज करें: घुलनशील रेशे वाले आहार (जई, जौ, केले, सेब, गाजर, आलू आदि)।
, पीली अलसी
, फल और सब्जियाँ
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इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग): रोकथाम और जटिलताएं

इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग) – रोकथाम – भोजन की समस्या से बचें, नियमित व्यायाम करें। आहार छोटे हिस्सों में लें, तनाव घटाने हेतु परामर्श लें, रेशेदार आहार अधिक लें.

इरिटेबल बोवेल सिंड्रोम (अनियमित मलत्याग): प्रमुख जानकारी और निदान

आइबीएस पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली में लम्बे समय से या बार-बार उत्पन्न परिवर्तनों के कारण उत्पन्न हुआ विकार है। आइबीएस कोई रोग नहीं है, बल्कि यह एक साथ होने वाले कई लक्षणों का समूह है।.

डिसमेनोरिया (कष्टयुक्त मासिकस्राव): रोकथाम और जटिलताएं

डिसमेनोरिया (कष्टयुक्त मासिकस्राव) – रोकथाम – खूब आराम करें। व्यायाम नियमित करें। तरल पदार्थ अधिक मात्रा में लें।.

डिसमेनोरिया (कष्टयुक्त मासिकस्राव): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

डिसमेनोरिया (कष्टयुक्त मासिकस्राव) – आहार – लेने योग्य आहार: साबुत अनाज: भूरा चावल, साबुत अनाज की ब्रेड, जई आदि
, सब्जियाँ:ब्रोकोली, पालक, गाजर, शक्करकंद, ब्रसल स्प्राउट्स आदि।
, फलियाँ: फलियाँ, मटर, दालें।
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डिसमेनोरिया (कष्टयुक्त मासिकस्राव): लक्षण और कारण

डिसमेनोरिया (कष्टयुक्त मासिकस्राव) – लक्षण – पेट के निचले हिस्से में धडकता हुआ सा दर्द। पेट में दबाव का एहसास। कूल्हों और पीठ के निचले हिस्से में दर्द।. डिसमेनोरिया (कष्टयुक्त मासिकस्राव) – कारण – डिसमेनोरिया एक हार्मोन प्रोस्टाग्लेंडिन, जो मासिक चक्र के दौरान गर्भाशय के संकुचन हेतु जिम्मेदार होता है, की बढ़ी सक्रियता के कारण होता है।.

डिसमेनोरिया (कष्टयुक्त मासिकस्राव): प्रमुख जानकारी और निदान

डिसमेनोरिया (कष्टयुक्त मासिक धर्म) प्रतिमाह होने वाले मासिक धर्म के तुरन्त पहले या मासिक धर्म के दौरान होने वाली ऐंठन के लिये प्रयुक्त होने वाला चिकित्सीय शब्द है।.

कब्ज: रोकथाम और जटिलताएं

कब्ज रोकथाम – प्रतिदिन कम से कम 3 लीटर पानी पिएँ। अपने आहार में रेशेदार पदार्थ शामिल करें। शारीरिक सक्रियता बढ़ाएँ। व्यायाम नियमित करें।.

कब्ज: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

कब्ज आहार – लेने योग्य आहार: आहार में रेशेदार फल और सब्जियाँ जैसे सेब, संतरे, ब्रोकोली, बेरियाँ, नाशपाती, मटर, अंजीर, गाजर और फलियाँ आदि शामिल करें।
, साबुत अनाज जैसे भूरे चावल, ज्वार, बाजरा, मेवे, गिरियाँ, और मछली, दालें, मसूर दाल, चावल और सोया के उत्पादों का प्रयोग बढ़ाएँ।
, पानी मिला फलों का रस, प्राकृतिक पदार्थों से उत्पन्न सब्जियाँ, और औषधीय चाय पियें।
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