माँसपेशियों में सिकुड़न – रोकथाम – पर्याप्त आराम करें और कम से कम तनाव लें। स्ट्रेचिंग युक्त उचित व्यायामों से संकुचन को रोकने में सहायता होती है। अपने बिस्तर के पैरों वाले हिस्से की चादर को ढीला करें ताकि नींद में होने वाली सिकुड़न से बचा जा सके।.
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माँसपेशियों में सिकुड़न: प्रमुख जानकारी और निदान
माँसपेशियों की सिकुड़न या माँसपेशियों की ऐंठन, माँसपेशियों की नियंत्रण रहित सिकुड़न है जो अत्यंत दर्द उत्पन्न करती है।.
माँसपेशियों में सिकुड़न: लक्षण और कारण
माँसपेशियों में सिकुड़न – लक्षण – सिकुड़न किसी मांसपेशी में कठोरता या गांठ के रूप में प्रतीत होती है। जब आप मांसपेशी का प्रयोग करते हैं तब यह कष्टकारी होती है। उस मांसपेशी का प्रयोग कर पाना कठिन होता है। व्यायाम के दौरान ऐंठन अत्यंत दर्दनाक होती है।. माँसपेशियों में सिकुड़न – कारण – आमतौर पर सिकुड़न माँसपेशियों के अत्यधिक प्रयोग से या किसी चोट से उत्पन्न होती है।.
माँसपेशियों में सिकुड़न: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
माँसपेशियों में सिकुड़न – आहार – लेने योग्य आहार: माँसपेशियों और तंत्रिकाओं की कार्यक्षमता हेतु कैल्शियम आवश्यक होता है ताकि माँसपेशियाँ सुचारू रूप से संकुचित और विस्तारित हो सकें। डेरी उत्पाद जैसे दूध, पनीर और दही, मछली और कैल्शियम की शक्ति से युक्त संतरे का रस और नाश्ते का दलिया, शलजम और केल आदि कैल्शियम के उत्तम स्रोत हैं। तंत्रिकाओं के और मांसपेशियों के उचित कार्य हेतु पोटैशियम कैल्शियम के साथ मिलकर कार्य करता है। आहार विशेषकर आलू, रतालू, पकी हरी सब्जियाँ, केले, वसारहित दूध, दही, चिकन और मछली आदि पोटैशियम से समृद्ध होते हैं। मैग्नीशियम आपकी माँसपेशियों को सिकुड़ने और फैलने में सहायता करता है। गहरी हरी पत्तेदार सब्जियाँ मैग्नीशियम का उत्तम स्रोत हैं। अन्य सब्जियाँ, फल, मेवे, गिरियाँ, साबुत अनाज, दालें और माँस मैग्नीशियम का बेहतर स्रोत हैं।