मीनोरेजिया जिसे भारी मासिक चक्र भी कहा जाता है, तब होता है जब किसी महिला की अपने लगातार मासिक चक्रों में रक्त की भारी हानि होती है। यह स्त्री रोग की सबसे आम शिकायतों में से है।.
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मीनोरेजिया (भारी मासिक चक्र): लक्षण और कारण
मीनोरेजिया (भारी मासिक चक्र) – लक्षण – मासिक चक्र के दौरान अत्यधिक रक्तस्राव। दो चक्रों के बीच रक्तस्राव या छींटे होना। पेट के निचले हिस्से में ऐंठन और दर्द।. मीनोरेजिया (भारी मासिक चक्र) – कारण – हार्मोन सम्बन्धी असंतुलन (मुख्यतः एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन)। गर्भाशय की कैंसर रहित गठानें या फिब्रोइड्स। गर्भपात या एक्टोपिक प्रेगनेंसी।.
मीनोरेजिया (भारी मासिक चक्र): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज
मीनोरेजिया (भारी मासिक चक्र) – आहार – लेने योग्य आहार: मासिक स्राव वाली महिलाओं में आयरन की कमी अत्यंत आम होती है और यह थकावट और कमजोरी जैसे लक्षण उत्पन्न करती है। अपने आयरन युक्त आहारों के सेवन को बढ़ाएं जैसे सूखे फल, मेवे, फलियाँ, पालक, ब्रोकोली, साबुत अनाज, और आयरन शक्ति युक्त दलिया। कैल्शियम स्वस्थ हड्डियों और दांतों के निर्माण से जुड़ा खनिज है, अपनी मात्रा को कम वसा युक्त डेरी उत्पादों के सेवन जैसे दूध, दही, पनीर या हरी पत्तेदार सब्जियों द्वारा बढ़ाएँ। मीनोरेजिया के दौरान भारी मात्रा में लाल रक्त कणिकाओं की हानि हो जाती है। नई रक्त कणिकाओं के निर्माण हेतु विटामिन बी6 की जरूरत होती है. विटामिन बी6 शक्तियुक्त दलिया, केले, पालक, सूरजमुखी के बीज, एवोकेडो, टमाटर के रस और सैलमन में पाया जाता है।
मीनोरेजिया (भारी मासिक चक्र): रोकथाम और जटिलताएं
मीनोरेजिया (भारी मासिक चक्र) – रोकथाम – खूब आराम करें। व्यायाम नियमित करें। तरल पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में करें।.