मेलेनोमा आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन डी के सेवन को बढ़ाने से मेलेनोमा के ट्यूमर की आक्रामकता कम होती है। विटामिन डी शक्तियुक्त दूध, अंडे, मछली, शक्तियुक्त दही, दलिया और मछली के लिवर के तेल में पाया जाता है। केरेटोनॉइड का अधिक मात्रा में सेवन मेलेनोमा के खतरे को कम करता है। कद्दू, केंटालूप, गाजर, लाल शिमला मिर्च, पपीता और विंटर स्क्वाश (कद्दू का एक अन्य प्रकार) ये सभी केरेटोनॉइड के स्रोत हैं। साबुत अनाज, वसायुक्त मछली, और अंगों का माँस ये सभी कोएंजाइम क्यू10, यह एक रासायनिक यौगिक होता है जो हानिकारक, रोग उत्पन्न करने वाले मुक्त कणों को नष्ट करता है, के अच्छे स्रोत होते हैं।
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मेलेनोमा: रोकथाम और जटिलताएं
मेलेनोमा रोकथाम – सुबह 11 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे के बीच धूप का सामना ना करें। इस अवधि के दौरान सूर्य की किरणें सर्वाधिक तीव्र होती हैं। बचाव करने वाले कपड़े पहनें। अपनी भुजाएँ और पैरों को ढकें। धूप में जाने के 30 मिनट पहले सनस्क्रीन लगाएँ।.
मेलेनोमा: प्रमुख जानकारी और निदान
मेलेनोमा त्वचा के कैंसर का कम सामान्य किन्तु अत्यधिक गंभीर प्रकार है, जो मेलेनिन, वह रंगद्रव्य जो त्वचा को उसका रंग प्रदान करता है, उत्पन्न करने वाली कोशिकाओं (मेलानोसाइट्स) में उत्पन्न होता है।.
मेलेनोमा: लक्षण और कारण
मेलेनोमा लक्षण – धब्बा बड़ा हो सकता है। धब्बे के किनारे एक समान होने की बजाए असमान होते हैं। धब्बा रंगों के विभिन्न प्रकारों जैसे भूरा, काला, नीला, लाल, सफ़ेद या हल्का धूसर रंग आदि का मिश्रण हो सकता है।. मेलेनोमा कारण – आयु, त्वचा पर मोल की अधिक संख्या होना। अनुवांशिक त्वचा विकार।.