पल्मोनरी एम्बोलिस्म: प्रमुख जानकारी और निदान

पल्मोनरी एम्बोलिस्म किसी प्रमुख रक्तवाहिनी (पल्मोनरी धमनी) जो कि रक्त को हृदय से फेफड़ों तक ले जाने वाली रक्तवाहिनी होती है, में आमतौर पर रक्त के थक्के से एकाएक उत्पन्न होने वाला अवरोध है।.

पल्मोनरी एम्बोलिस्म: लक्षण और कारण

पल्मोनरी एम्बोलिस्म – लक्षण – साँस में एकाएक कमी होना। आपकी छाती, भुजा, कंधे, गर्दन या जबड़े में समझ न आने वाला तीखा दर्द। तेज या अनियमित हृदयगति (नाड़ी)। खाँसी, साँस लेते समय आवाज होना।. पल्मोनरी एम्बोलिस्म – कारण – आपके रक्त को चिपचिपा करने वाली या आपके पैरों की नसों में रक्त के संचार को धीमा करने वाली कोई भी स्थिति पल्मोनरी एम्बोलिस्म तक पहुँच सकती है।.

पल्मोनरी एम्बोलिस्म: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

पल्मोनरी एम्बोलिस्म – आहार – उचित पोषण को निश्चित करने के लिए विभिन्न प्रकार का आहार लें जिसमें लीन प्रोटीन जैसे चिकन, वसायुक्त मछली, साबुत अनाज जैसे ओट्स, फल जैसे सेब और कई प्रकार की सब्जियाँ हों।
, क्रैनबेरी के उत्पाद जैसे कि उसका रस, वार्फरिन (सामान्यतया पल्मोनरी एम्बोलिस्म को ठीक करने के लिए दी जाने वाली औषधि) की क्षमता बढ़ा देते हैं, जो कि रक्तस्राव की समस्या को उत्पन्न कर सकता है। यदि आपको पल्मोनरी एम्बोलिस्म है और आपको वार्फरिन लिखा गया है तो आपको क्रैनबेरी खाने से और उसका रस पीने से बचना चाहिए।
, शराब और मुलेठी भी वार्फरिन के प्रभाव को घटाते हैं।
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पल्मोनरी एम्बोलिस्म: रोकथाम और जटिलताएं

पल्मोनरी एम्बोलिस्म – रोकथाम – व्यायाम नियमित करें और उचित वजन बनाए रखें। तरल पदार्थ अधिक मात्रा में पियें। जब आप बैठे हों तो व्यायाम करें। धूम्रपान ना करें।.

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): लक्षण और कारण

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – लक्षण – लम्बे समय से बनी हुई (क्रोनिक) खाँसी। खाँसी के साथ बलगम (सफ़ेद, पीला या हरा) आना। साँस लेने में कठिनाई जो व्यायाम करने पर और बदतर हो जाती है। साँस लेने पर आवाज होना।. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – कारण – धूम्रपान (तम्बाकू का प्रयोग)। भीतरी वायु प्रदूषण (जैसे कि भोजन बनाने और घर गर्म करने के लिए जैविक ईंधन का प्रयोग)। बाहरी वायु प्रदूषण।.

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – आहार – लेने योग्य आहार: कम वसा प्रोटीन युक्त आहार जैसे माँस पतले टुकड़े, पोल्ट्री और मछली। साबुत अनाज के आहार जैसे होल ग्रेन ब्रेड, चोकर, भूरा चावल, और ओट्स। ये आहार रेशे से भरपूर होते हैं, जो पाचन तंत्र की कार्यप्रणाली को उन्नत करने में सहायक होते हैं। ताजे फल और सब्जियाँ। इनमें आवश्यक विटामिन्स, खनिज और रेशे होते हैं, जो आपके शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं।

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): रोकथाम और जटिलताएं

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) – रोकथाम – सीओपीडी को रोकने का श्रेष्ठ तरीका धूम्रपान बंद करना और रासायनिक धुएँ और धूल की चपेट में ना आना है।.

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD): प्रमुख जानकारी और निदान

क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) केवल एक रोग नहीं है बल्कि यह फेफड़ों के दीर्घकालीन रोगों को दर्शाने वाला चिकित्सीय शब्द है, इन रोगों का नाम ब्रोंकाइटिस और एम्फायसेमा है जो फेफड़ों में हवा के आने-जाने को सीमित करते हैं।.

लेरिन्जाइटिस: लक्षण और कारण

लेरिन्जाइटिस लक्षण – डिस्फोनिया (भारी आवाज) या एफोनिया (बोल ना पाना)। शुष्क, पीड़ा, जलनयुक्त गला। खाँसी होना। डिस्फेजिया (निगलने में कठिनाई)।. लेरिन्जाइटिस कारण – एसिड का आहारनली में वापस लौटना। एलर्जी, अत्यधिक खाँसी, धूम्रपान या शराब का सेवन।.

लेरिन्जाइटिस: घरेलु उपचार, इलाज़ और परहेज

लेरिन्जाइटिस आहार – लेने योग्य आहार: विटामिन सी से समृद्ध आहार। प्रोटीनयुक्त आहार जैसे चिकन और मछली शरीर को संक्रमण से मुकाबला करने के लिए प्रोटीन और जिंक के रूप में निर्माण पदार्थ देते हैं। नीबू के रस का अम्लीय प्रभाव बैक्टीरिया को नष्ट करता है और लेरिन्जाइटिस के विभिन्न लक्षणों को दूर करता है।